(श्याम चौरसिया )
अच्छी चांदी कूटने का मंसूबा लेकर हरियाणा,पंजाब,राजस्थान से आमद दर्ज कराने वाले हार्डवेस्टरो के मंसूबो पर विदा लेते मानसून ने पानी फेर दिया। वे कम से कम 05 दिनों तक गीले खेतो में घुस नही पायेंगे। बशर्ते मौसम सूखा रहे।
लागत और मजदूरी तक वसूल न होने के अंदाजे के चलते अनेक किसानों ने सोयाबीन कटवाने की बजाय खेतो में ही स्वाहा करने का मन नाना लिया। अनेक खेतो में हालिया बारिस की वजह से कटी कटाई सोयाबीन तैरती दिखी।
अपने संग भोजन बनाने,सोने बैठने का सामान लेकर चले हार्डवेस्टरो ने ढाबों, ढाबो के आसपास डेरा डाल रखा है। हरियाणा के नूह से आए लतीफ खान ने दर्द बयान करते हुए कहाकि बारिस ने हमारा गणित बिगाड़ दिया। यदि 06-08 दिन धूप नही खिलती तो डीजल का आधा खर्च भी नही निकल पाता। लगभग 80% से अधिक की सोयाबीन कटाई हो चुकी है। हालिया बारिस की वजह से खेतों में हार्डवेस्टर कटाई करने की कूबत खो चुके है। 05-06 खेत सूखने में लग सकते है। इतने समय रुकने की बजाय अधिकांश हार्डवेस्टर वापसी का मन बना चुके है।
हमे यहाँ हुई फ़सलो की भारी बर्बादी का बहुत दुख है ऐसी तबाही देख रोना आता है। खेत चंगे होते तो हमारी खासी कमाई हो जाती। मगर अब तो खर्च भी नही निकल पा रहे है।