

भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह नगर (Hometown) गुजरात के वडनगर को यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल कराने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. पेरिस स्थित यूनेस्को मुख्यालय में भारत के स्थायी प्रतिनिधिमंडल ने वडनगर की नामांकन फाइल प्रारंभिक मूल्यांकन (preliminary assessment) के लिए सौंप दी है. खास बात यह रही कि यह पहल प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के दिन (17 सितंबर 2025) ही की गई.
भारत के स्थायी राजदूत विषाल वी. शर्मा ने इस बात जानकारी दी है. उन्होंने कहा, ‘करीब 3,000 वर्षों का इतिहास समेटे वडनगर 800-900 ईसा पूर्व तक की प्राचीनता और धरोहर का खजाना है. इस विशेष अवसर पर हम प्रधानमंत्री को जन्मदिन की शुभकामनाएं भी देते हैं.’ उन्होंने बताया कि यह नॉमिनेशन भारत के बढ़ते वैश्विक प्रतिनिधित्व को मजबूत करने की दिशा में अहम प्रयास है.
दो चरणों में पूरी होती है प्रक्रिया
यूनेस्को की प्रक्रिया दो चरणों में पूरी होती है. पहले चरण में विश्व धरोहर केंद्र यह आकलन करता है कि कोई स्थल ‘Outstanding Universal Value’ यानी असाधारण सार्वभौमिक मूल्य दर्शाता है या नहीं. क्या वह सांस्कृतिक या प्राकृतिक महत्व के मानदंडों पर खरा उतरता है और उसके संरक्षण एवं प्रबंधन के पर्याप्त ढांचे मौजूद हैं या नहीं. ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की रिपोर्ट के अनुसार, प्राइमरी असेसमेंट के बाद ही किसी स्थल को औपचारिक रूप से विश्व धरोहर सूची में शामिल करने की प्रक्रिया आगे बढ़ती है. फिलहाल भारत के 69 स्थल यूनेस्को की Tentative List में शामिल हैं, जिनमें से कई वर्षों से अंतिम मूल्यांकन की प्रतीक्षा कर रहे हैं.